Sunday, January 16, 2011 |
0
comments
हमने वक़्त के साथ ज़ख्म को भरते देखा है
उन्होंने वक़्त को ज़ख्म बनते देखा है
हमें ज़ख्म मिला तो खुदा याद आगया
उनका ज़ख्म देख के खुदा भी घबरा गया
सुना है बारिश बहुत हुई उनके टूटे आशियानों पे
लगता है उनके ज़ख्मों ने खुदा को भी रुला दिया
उन्होंने वक़्त को ज़ख्म बनते देखा है
हमें ज़ख्म मिला तो खुदा याद आगया
उनका ज़ख्म देख के खुदा भी घबरा गया
सुना है बारिश बहुत हुई उनके टूटे आशियानों पे
लगता है उनके ज़ख्मों ने खुदा को भी रुला दिया