Tuesday, January 11, 2011 |
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काश दिल के पास थोडा सा दिमाग और दिमाग के पास थोडा सा दिल होता ना कोई बेबस होता न कोई बेवफा होता ना बंटवारे होते ना कत्लेआम होताना टूटते मंदिर मस्जिद ना इंसान शैतान होताकाश दिल के पास थोडा सा दिमाग और दिमाग के पास थोडा सा दिल होता
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