Monday, November 15, 2010 |
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मै अपनी ४ साल की बिटिया के साथ खेलता हूँ
तो मन करता है की मै भी बच्चा हो जाऊं.
वो हस्ती है हसाती है गुस्सा हो जाओ तो प्यार से मनाती है,
ज़िद्द तो कभी कभी चाँद की भी कर जाती है
मगर एक छोटा सा खिलौना पाकर चाँद को भी भूल जाती है.
मेरी डांट से रोने लगती है लड़ती है मगर पल भर में फिर मेरे साथ खेलने के लिए मेरे पास आ जाती है,.
कहती है की मस्जिद में भगवान् रहते हैं
उसको ये नहीं पता की दीवारों से भी भगवान् बटे हैं
ऐसा क्यों नहीं होता की हमारी सोच भी इन बच्चों की तरह ही हो जाए
लडें लेकिन फिर पल भर में दोस्त बन जाएं
4 comments:
Sam how is Aanvi?
v nice Sameer ji. kip it up...jst ♥d it
KIP GOIN...god bless:)
Hi Sam, post it in English...
Today mom came in dreams, was the son came to me saying. Not seen you for a long time, not so gayaa lost you somewhere. Mom told anybody where I go away anywhere, will surely come to you. So this is you, I sleep, I sleep in your dreams.
You made the most beautiful picture of God
If you are you are my God is my Pir
If tears come out your face, the eyes are searching
Wish you were crying I think it
Every moment you'll be searching everywhere
If you are my heaven You are my land
The world is with you everywhere
If you are my religion you are my conscience
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